हेमंत से पूछताछ कर बोली ईडी, " दिल अभी भरा नहीं "
झारखण्ड के मुख्यमंत्री से ईडी ने की मैराथन पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय ने तय शिड्यूल के तहत मुख्यमंत्री आवास पहुँच कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ की। ईडी के सात उच्च अधिकारी अपने साथ केंद्रीय सुरक्षाकर्मियों का लश्कर लेकर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। दोपहर दो बजे शुरू हुयी पूछताछ रात करीब आठ बजे तक जारी रही
- लगातार 7 घंटे चली पूछताछ
- आवास के बाहर धरना दे रहे थे कार्यकर्ता
- बच्चों को संभाल रहीं थी कल्पना सोरेन
- हाईटेक कैमरे से लैस थे ईडी के सुरक्षाकर्मी
फोटो साभार - प्रभात खबर
दिन भर रही गहमागहमी
काफी गहमागहमी के बाद तकरीबन दोपहर 12:40 के आस-पास सात अधिकारियों का दल ईडी ऑफिस से मुख्यमंत्री आवास के लिए रवाना हुआ। बिहार और उत्तर प्रदेश के नंबर प्लेट वाली छह गाड़ियों के दस्ते के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम ईडी ऑफिस से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक किये गए थे। ईडी और सीआरपीएफ के दल को स्थानीय पुलिस एस्कॉर्ट करते हुए अपने साथ मुख्यमंत्री आवास ले गयी। इससे पहले अहले सुबह से मुख्यमंत्री से मिल कर साथ खड़े रहने का भरोसा देने वाले विधायकों, मंत्रियों और कार्यकर्ताओं का तांता लगा रहा। आवास के बाहर राज्य के कोने-कोने से आये कार्यकर्ता ईडी के खिलाफ धरने पर बैठे हुए थे।
पुरइत्मीनान दिखाई दिए हेमंत सोरेन
पूछताछ से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पुरसुकून अंदाज में आगंतुकों से मिलते दिखे, जामताडा के विधायक इरफ़ान अंसारी मुख्यमंत्री से मिल कर भावुक हो गए। वो आये थे हेमंत सोरेन को हिम्मत देने मगर खुद उनकी हिम्मत जवाब दे गयी और गीली आँखों से उन्होंने हेमंत सोरेन को गले लगा कर हौसला दिया, इरफ़ान अंसारी ने हेमंत सोरेन को 'श्री राम' और खुद को 'हनुमान ' बताया। मुख्यमंत्री से पूछताछ से पहले और पूछताछ के बाद मिलने वालों का सिलसिला देर रात तक चलता रहा।
फोटो साभार - प्रभात खबर
इन बिंदुओं पर हुयी पूछताछ
ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके और परिजनों की आमदनी के स्त्रोतों के अलावा इनकम टैक्स रिटर्न में दिए गए ब्योरे से सम्बंधित सवाल पूछे। यह सवाल-जवाब बरियातू स्थित DAV स्कूल के पीछे की 8.46 एकड़ जमीन से जुडी है। ईडी ने उनसे उनकी दूसरी जमीन से जुड़े सवाल भी पूछे। इन सवालों पर मुख्यमंत्री ने क्या जवाब दिए ये तो ईडी और स्वयं मुख्यमंत्री को भी पता है लेकिन इसमें कोई शक नहीं की ऐसे कई सवालों के लिए मुख्यमंत्री पहले से ही तैयार थे।
सभी बिंदुओं पर नहीं हो पायी पूछताछ
सूत्रों की मानें तो सीएम हेमंत सोरेन से सभी बिंदुओं पर पूछताछ नहीं हो पायी है। कई अधूरे सवालों के जवाब ढूंढने के लिए ईडी उनसे और समय मांग सकती है। सात सम्मान के बाद मिले पूछताछ के इस मौके के बाद दूसरा मौका जल्दी मिलता दिखाई भी नहीं देता, मगर इतना तय है की ये मामला मुख्यमंत्री सहित पूरी सरकार को अगले कई महीनों तक उहापोह की स्तीथि में बनाये रखेगा
दिखी विधायकों की एकजुटता
ईडी के पूछताछ के मद्देनजर एकजुटता प्रदर्शित करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विधायकों सहित कैबिनेट का ज्यादातर अमला मुख्यमंत्री आवास में डटा रहा। राज्य के सॉलिसिटर जर्नल, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और अतिविशिष्ट प्रशासनिक अधिकारी भी मुख्यमंत्री आवास पर दिखाई दिए। विधायकों और कैबिनेट के साथियों का दिया ये हौसला हेमंत सोरेन के कितने काम आया ये तो वक़्त ही तय करेगा मगर इतना साफ़ है की पूछताछ के दौरान बाहर मौजूद सभी लोगों के माथों पर चिंता की लकीरें साफ़ साफ़ दिखाई दे रही थी
किया कार्यकर्ताओं को सम्बोधित
पूछताछ के बाद रात करीब पौने नौ बजे मुख्यमंत्री अपने आवास से बाहर निकले और सफ़ेद रंग की जिप्सी पर खड़े हो कर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया। हलकी बारिश के बावजूद भी मैदान में डंटे कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने लायक था। सीएम ने कार्यकर्ताओं के इस जज्बे के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा की हम आपके आभारी हैं, पूछताछ हो गयी आप सब अब लौट जाइये। सीएम के आग्रह के बाद कार्यकर्ता नारे लगाते हुए कूच कर गए
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